क्या होती हे नीट आईये जाने :
NEET , नेशनल टेस्ट एजेंसी [NTA ] द्वारा आयोजित प्री मेडिकल प्रवेश परीक्षा है जो छात्र स्नातक चिकित्सा (MBBS), दंत चिकित्सा करना चाहते हैं इस परीक्षा को भारत की सबसे बड़ी परीक्षा माना जाता है इस परीक्षा को पहले राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (Graduate) या NEET (UG), पूर्व में अखिल भारतीय प्री-मेडिकल टेस्ट (AIPMT) के नाम से जाना जाता था। इसका परिणाम आने पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राज्य परामर्श प्राधिकरणों के तहत स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय छात्रों के मेरिट नंबर के अनुसार उन्हें किसी कॉलेज में सीट आवंटित की जाती है
पूरे भारत में नीट-यूजी के 70,000 से अधिक MBBS और BDS सीटों पर प्रवेश परीक्षा है. यह NEET परीक्षा हाल ही में पुरे भारत में चर्चा का विषय बनी हुई है इस साल इस परीक्षा का आयोजन NTA द्वारा 5 मई को आयोजित की गयी। इस वर्ष की परीक्षा में कुल 2,333,297 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे , जो की 2023 के आकड़ो के अनुसार 2,038,596 परीक्षार्थियों की तुलना में अधिक उपस्थिति को दर्शाता है। इस परीक्षा का परिणाम एनटीए ने 4 जून को नीट यूजी 2024 का परिणाम जारी किया गया जिसमे बहुत बड़ी गड़बड़ी पायी गयी है क्योकि इस परीक्षा में इस साल 67 छात्रो को नीट यूजी में 720 अंक और ऑल एयर रैंक 1 प्राप्त हुई है . जो की काफी आश्चर्यजनक माना जा रहा हे क्योंकि ऐसा आज तक कभी नहीं हुआ है.
5 मई को नीट का पेपर पूरा होते ही इस पेपर के लीक होने की खबरे सोशल मीडिया पर फैलना शुरू हो गयी थी लेकिन इन खबरों को NTA ने झूठा बताते हुए नकार दिया लेकिन आगे आने वाले दिनों में इस परीक्षा को लेकर बड़े हेरान करने वाले सच्च सामने आये जिससे आप खुद पढ़ के आश्चर्यचकित हो जायँगे।
कैसे बढ़ा ये विवाद
इस परीक्षा को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की कहा था कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में बड़े बदलाव की जरूरत है जिसके चलते किसी के साथ कोई खिलवाड़ न हो तथा किसी प्रकार की अफवाह को न फैलाया जाये। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये कहा की ये एक चिंता का विषय हे और में छात्रो के हितो को सुरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हु और इसके लिए सही निर्णय लिया जायगा।
आगे चलकर ये मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया और इसमें ग्रेस मार्क देने को लेकर परिणाम में गड़बड़ी मिली जिसको चलते NTA ने ग्रेस मार्क पाने वाले 1563 छात्रों के स्कोरकार्ड रद्द किए जाने चाहिए और इनके लिए दोबारा परीक्षा आयोजित किये जाने के लिए कहा और इस परीक्षा को 23 जून को पुनः आयोजित किया जाएगा। वहीं, और रिजल्ट 30 जून तक जारी कर दिया जाएगा। NEET UG का संशोधित रिजल्ट जारी होने के बाद काउंसलिंग की प्रक्रिया 6 जुलाई से शुरू होगी।
कहा से हुआ पेपर लीक ?
इस पेपर लीक के मामले में झारखंड से बड़ी गिरफ्तारी हुई है. संजीव मुखिया गैंग से जुड़े दो आरोपी, पिंटू और चिंटू दोनों को गिरफ्तार किया गया. अब तक कुल 19 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. संजीव मुखिया गिरोह के ये सदस्य पेपर लीक करने में विशेषज्ञ माने जाते हैं. बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में इस मामले की जांच अभी जारी जिसके चलते आगे बड़े खुलासे हो सकते है पेपर लीक करने के तार महाराष्टृ से भी जुड़े हुए हे इस मामले में ए टी एस ने नांदेड़ से दो अध्यापको को 23 जून को गिरफ्तार किया तथा पूछताछ करने पर पता चला की ये दोनों अध्यापक खुद की निजी कोचिंग संस्था चलाते थे और दोनों जिला परिषद के एक ही स्कूल में पढ़ाते थे इनसे लगातार कई घंटो पूछताछ के बाद इन्हे छोड़ दिया गया और आगे वापस भी बुलाया जा सकता है
देश में लागु हुआ एंटी पेपर लीक कानून 2024
अब पेपर चोरी करने या लीक करने वालो पर सिकंजा कसने के लिए भारत सरकार ने नया फैसला लिया है और एक नया कानून लागु किया गया है इसका नाम Centre notifies Public Examinations (Prevention of Unfair Means) Act, 2024 रखा गया है और यह एक्ट 21 जून से लागू हो गया है। इसके बाद अब पेपर लीक करने वाले गिरोह या किसी के दोषी पाए जाने पर 10 साल तक की कैद और 10 लाख से लेकर 1 करोड़ रुपये के जुर्माने का प्रावधान है। और10 लाख रुपये तक का जुर्माना और परीक्षा में अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने पर तीन से पांच साल की सजा हो सकती है।
21 जून का NTA द्वारा आयोजित UGC NET का पेपर भी रद्द करना पड़ा
UGC net का पेपर भी NTA द्वारा आयोजित करवाया जाता है यह पेपर 21 जून को हुआ था उम्म्मीद्वारो को इस पेपर के होने के बाद कट ऑफ लिस्ट का इन्तजार था लेकिन इस परीक्षा में भी पेपर लीक की गड़बड़ी को चलते अगले ही दिन NTA को इस पेपर को प्रेस नोट जारी कर रद्द करना पड़ा। इस पेपर के लीक होने के तार बिहार से जुड़े हुए बताये जा रहे है इस मामले की जांच करने दिल्ली से गयी CBI की टीम पर बिहार के नवादा में स्थानीय लोगो ने हमला कर दिया जिसमे एक अधिकारी को काफी गंभीर चोटे आयी और उनकी गाड़ीयो में तोड़फोड़ की। राजोली पुलिस स्टेशन की टीम के पहुंचने के बाद अधिकारियो को बचाया गया। वहा के पुलिस अधीक्षक ने बताया की स्थानीय लोगो ने सीबीआई की फर्जी टीम समझकर अधिकारियो की पिटाई करदी जिसमे पुलिस ने 8 लोगो को गिरफ्तार किया है और करीब 200 लोगो को नामजद करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है